इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में भारी बाढ़ ने हाहाकार मचा दिया है। अब तक बचावकर्मियों ने कीचड़ में फंसे 50 से अधिक शवों को बाहर निकाला है। वर्तमान में, लगभग 52 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, और यह संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचाव टीम कुछ इलाकों में अभी भी पहुंच नहीं पा रही है। मंगलवार को बचावकर्मियों ने नदियों और उजड़े गांवों के मलबे में फंसे लोगों की खोज जारी रखी है।
इसे बताया गया है कि भारी बारिश और भूस्खलन के परिणामस्वरूप शनिवार को रात के आधे बजे से पश्चिमी सुमात्रा प्रांत के 4 जिलों में हाहाकार छाया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने कहा कि बाढ़ में कई लोगों की मौत हुई और 79 मकान बह गए। 3300 से अधिक लोगों को अस्थायी केंद्रों में जाने के लिए मजबूर किया गया। मुहारी ने कहा कि मंगलवार तक कीचड़ और नदियों से 50 शवों को निकाल लिया गया है। बचावकर्मी अब भी 27 लोगों की तलाश कर रहे हैं, जो अब तक लापता हैं। उनमें से 7 लोगों के समूह में से उन 4 लोगों की भी खोज जारी है, जो अपनी कार के साथ बह गए थे।
आगामी दिनों में और बारिश की संभावना
इंडोनेशिया के मौसम विभाग का कहना है कि अगले हफ्ते तक इसी तरह से बारिश जारी रहेगी। इसलिए फ्लैश फ्लड, भूस्खलन, कोल्ड लावा का बहाव हो सकता है। इसमें पत्थरों के साथ पानी और ज्वालामुखीय राख भी बह सकती है। मंगलवार तक 3396 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्हें तंबू, खाना, हाइजीनिक किट, पोर्टेबल टॉयलेट, वाटर प्यूरीफायर उपलब्ध कराया गया है। राहत सामग्री पहुंचाने में देरी हो रही है, क्योंकि सड़कों पर कई फीट ऊंचा कीचड़ जमा है। मौसम विभाग के प्रमुख ने कहा कि पश्चिमी सुमात्रा में इस हफ्ते और बारिश की संभावना है। इसका मतलब है कि 17 से 22 मई के बीच तेज बारिश के बाद फ्ल