पटना: लोकसभा चुनाव का प्रचार अब उच्च स्तर पर है। राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी की स्थिति इतनी उत्तेजक हो गई है कि भाषा की मर्यादा भी ध्यान में रखी जा रही है। बिहार में पहले चरण के चुनाव प्रचार की धारा थम चुकी हो सकती है, लेकिन इस अफेरे ने अब विवाद का रास्ता काट लिया है। तेजस्वी यादव की जनसभा में लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ अशोभनीय शब्दों का हंगामा शुरू हो गया है। बीजेपी की महिला नेत्री के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की है, साथ ही FIR भी दर्ज करने की गुहार लगाई है। चुनावी सभा में चिराग पासवान को गाली देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दो दिन पहले भी, तेजस्वी यादव की सभा के दौरान भीड़ की ओर से चिराग पासवान की मां के खिलाफ अशोभनीय शब्दों का दौर हुआ था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद, चिराग पासवान ने मीडिया के सामने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और इस घटना की कड़ी निंदा की। चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद, पटना जाने से पहले चिराग पासवान ने मीडिया को बुलाकर वीडियो के बारे में बताते हुए अपनी भड़ास निकाली।
चिराग पासवान ने कहा कि यह सभ्यता का उदाहरण नहीं हो सकता, और उन्हें दुख है कि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव भी उस सभा में मौजूद थे। मां का सम्मान सिर्फ मेरा ही नहीं, उनका भी है, और उस पारिवारिक रिश्ते की अवगुणना की जानी चाहिए, जिस पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह लालू परिवार से बेहतर रिश्ता निभाते हैं। चिराग ने कहा कि मेरे पिता रामविलास पासवान का लालू जी से संबंध रहा है, और वे दोनों साथ में खेलते थे। राजनीतिक मतभेद की बात अलग है, लेकिन इस तरह की अपशब्दों का इस्तेमाल अव्यवस्था को दर्शाता है।