ताइवान में पिछले पच्चीस साल में आया सबसे बड़ा भूकंप4

ताइपे: ताइवान में बुधवार को 7.4 की गति  के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटकों के बाद एक डर का माहौल बन गया और हर कोई खुद को बचाने के लिए सेफ जगह की तरफ भाग दौड़ लागि । इस सबके बीच ताइवान की राजधानी ताइपे के एक अस्पताल में कर्मचारी  ने भूकंप के झटके आने पर बाहर निकलने के बदले  बच्चों को बचाने के लिए पूरी जान  लगा दी। झटके आने पर नर्स तुरंत उस रूम में दौड़कर पहुंचीं, जहां नवजात भर्ती थे और उनके पालनों को किसी तरह से फिसलने से रोका। अस्पताल में लगे सीसीटीवी में ये वीडियो कैद हुई है, जिसे देखकर दुनिया इन नर्स को खूब तारीफ कर रही है

क्षतिग्रस्त मकान फोटो-CNN

फोकस ताइवान नाम के यूट्यूब चैनल ने इन नर्स के बारे में लिखा है कि बुधवार सुबह जब देश में तेज भूकंप आया तो ताइपे प्रसूति वार्ड के स्टाफ की चार सदस्यों ने दूसरे लोगों की तरह सुरक्षित आश्रय की तलाश नहीं की। इसके बजाय उन्होंने 12 शिशुओं के पालने को पकड़कर उन्हें स्थिर करने की कोशिश की। वह तब तक बच्चों को पकड़े रहीं, जब तक कि झटके रुक नहीं गए। इन नर्स में से एक ने सीएनए कहा कि वे और उनके सहकर्मी बस अपना काम कर रहे थे। उन्होंने जो किया वो उनका फर्ज था। एक नर्स ने बच्चों पर हुए सवाल पर कहा कि वह उम्मीद करती हैं कि ये बच्चे बड़े होंगे, वे दूसरों के प्रति दयालु रहेंगे।

ताइवान में राहत-बचाव का काम जारी

ताइवान में बुधवार को आए बड़े  भूकंप के बाद राहत और बचाव का काम जारी है। बचावकर्मी लापता लोगों की तलाश  में जुटे हुए हैं। ताइवान में पिछले पच्चीस साल में आया यह सबसे बड़ा भूकंप था। इससे कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और कई जगह पत्थरों के खिसकने से घटना  हुए। भूकंप से अभी तक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। करीब 150 लोगों का अभी लापता  है। भूकंप के चलते हुए हादसों में घायल एक हजार से ज्यादा लोगों को अस्पतालों में भर्ती किया गया है।

ताइपे मेयर के मुताबिक, भूकंप से 48 आवासीय इमारतें को नुकसान  पाहूची  हैं। इनमें से कुछ को ढहने से बचाने के लिए इमारत के चारों ओर निर्माण सामग्री डालने का काम किया जा रहा है। मारे गए नौ लोगों में से चार की मौत तारोको राष्ट्रीय उद्यान के भीतर थे। उद्यान में करीब दो दर्जन पर्यटक और अन्य लोग फंसे हुए थे। राष्ट्रीय उद्यान में फंसे करीब 50 लोगों से अधिकारियों का संपर्क नहीं हो सका है, इनमें से अधिकांश होटल के कर्मचारी हैं। स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्रालय ने बताया कि एक चट्टान खदान में काम कर रहे मजदूर भी फंसे हुए हैं।

By naseem

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *