पाकिस्तान क्रिकेट में कप्तानी को लेकर छिड़ा विवाद और ज्यादा बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान नियुक्त करने सलाह है. इतना ही नहीं अफरीदी का मानना है कि पाकिस्तान टीम का जो भी नया कप्तान हो उसे कम से कम तीन साल कासमय मिलना चाहिए. इससे पहले वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन के बाद बाबर आजम ने तीनों ही फॉर्मेट में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ दी थी. बाबर के बाद t 20 में शाहीन अफरीदी को कप्तान बनाया गया, जबकि टेस्ट टीम की कप्तानी शॉन मसूद के हिस्से आई है
लेकिन कप्तान बदलने के बाद भी पाकिस्तान टीम की किस्मत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है . पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज 3-0 सेहर गई . इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में पाकिस्तान को 4-1 से करारी हार का सामना करना पड़ा अफरीदी पहले से ही शाहीन को लिमिटिड ओवर्स का कप्तान नियुक्त किए जाने के समर्थन में नहीं थे. अफरीदी ने कहा, ”तीनों फॉर्मेट में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को एक ही कप्तान बनाना चाहिए. उपकप्तान बनाने की कोई जरूरत नहीं है. सभी खिलाड़ियों को ये मैसेज साफ होना चाहिए कि टीम की कमान कौन संभाल रहा है.”
कप्तान को वक्त मिलना चाहिए
अफरीदी ने आगे कहा, ”कप्तान और टीम मैनेजमेंट को तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट मिलना चाहिए. जितना लंबा समय होता है उतनी अच्छी टीम तैयार होती है. अगर आप समय नहीं देते हैं तो फिर कप्तान और मैनेजमेंट के ऊपर खुद को जल्दी साबित करने का प्रेसर रहता है. ऐसा नहीं होना चाहिए. जल्दबाजी से आप एक अच्छी टीम नहीं तैयार कर सकते हैं. अगर हफीज को मौका मिला है तो फिर उसे एक सीरीज पर जज नहीं करना चाहिए. हफीज को पूरा मौका मिलना चाहिए खुद को साबित करने का. यही बात टीम के कप्तानपर भी लागू होती है.