मारुति सुजुकी चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। भारत की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी ने इस तिमाही में 47.8 फीसदी के उछाल के साथ 3877.8 करोड़ रुपये का मुनाफा किया। यहां एक विशेष बात है कि कंपनी ने हर शेयर पर 125 रुपये का डिविडेंड घोषित किया है। एक साल पहले की समयानुसार, वाहन निर्माता के लिए शुद्ध लाभ 2,624 करोड़ रुपये था।
मारुति ने इस तिमाही में कुल 584,031 वाहन बेचे, जो Q4FY23 की तुलना में 13.4% अधिक है। इसके अलावा, घरेलू बाजार में बिक्री की मात्रा 505,291 यूनिट रही, जो Q4FY2023-24 की तुलना में 12.2% से अधिक है। कंपनी के वाहनों की विदेशों में बिक्री 78,740 यूनिट रही, जो कि Q4FY2022-23 में 64,719 यूनिट्स के निर्यात से 21.7% अधिक है।
कंपनी ने प्रेस रिलीज में बताया कि यह उसकी अब तक की उच्चतम वार्षिक सेल्स, निर्यात, नेट सेल्स और नेट प्रॉफिट है। इस बरसी में मारुति सुजुकी की वार्षिक बिक्री 20 लाख यूनिट से अधिक हो गई है। वह वित्त वर्ष 2025 में उसकी विदेशी शिपमेंट 3 लाख यूनिट को पार कर जाने की उम्मीद कर रही है, क्योंकि वह 2030 तक 8 लाख यूनिट तक के निर्यात लक्ष्य को पूरा करने के लिए तैयार है।
वित्त वर्ष 2022-23 में, कंपनी के बोर्ड ने प्रति शेयर 5 रुपये अंकित मूल्य के 125 रुपये प्रति शेयर के उच्चतम लाभांश की सिफारिश की है। हालांकि, मारुति सुजुकी की आय बाजार एक्सपर्ट्स के अनुमान से कम रही है। नौ ब्रोकरेज के अनुसार, मारुति का शुद्ध लाभ 3,916 करोड़ रुपये होने की उम्मीद थी, जो कि एक साल पहले की अवधि से लगभग 50 प्रतिशत अधिक है।