शरद पवार गुट को
इसके बाद शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग से 3 नामों की मांग की थी और शरद गुट बरगद के पेड़ को चुनाव चिह्न के लिए मांग कर रहा था। शरद पवार गुट ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदराव पवार नाम चुनाव आयोग के सामने रखे थे। जिसमें से चुनाव आयोग ने एनसीपी शरद चंद्र पवार नाम पे मुहर लगाया ।
दरअसल शरद पवार और अजित पवार के बीच मतभेद के बाद NCP में दोनों के अलग-अलग ग्रुप बन गए थे। एक गुट शरद पवार का था और दूसरा अजित पवार का। इस बीच मंगलवार को चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को ही असली एनसीपी माना। चुनाव आयोग ने आदेश देते हुए माना कि अजित पवार ही असली एनसीपी है। चुनाव आयोग का ये फैसला शरद पवार गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। आयोग के इस फैसले के बाद एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह दोनों पर ही अजित पवार गुट का हक हो गया है।
6 महीने से अधिक समय तक चली 10 से अधिक सुनवाई के बाद, चुनाव आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विवाद का निपटारा किया और अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में फैसला सुनाया। आयोग ने अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए शरद पवार गुट को अपने नए राजनीतिक गठन के लिए एक नाम का दावा करने और आयोग को तीन प्राथमिकताएं प्रदान करने का विकल्प भी दिया। जिसके बाद इलेक्शन commision ऑफ इंडिया ने कन्फॉर्म कर दिया