Haldwani Violence : हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस ने एसओ मुखानी, सहायक नगर आयुक्त और एसओ बनभूलपुरा की तहरीर पर 18 नामजद समेत पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। घटनास्थल और आसपास के इलाके से पांच शव बरामद कर लिए गए हैं। एक व्यक्ति की मौत बरेली ले जाते समय हो गई, हालांकि प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
दमुवाढूंगा में किराएदार को हटाने के लिए 5 दिन का दिया समय
बनभूलपुरा में हुए बवाल का असर शहर के अन्य इलाके में भी देखने को मिला है। दमुवाढूंगा के मल्ला चौफला क्षेत्र में राजू आर्या के एक घर में रह रहे समुदाय विशेष के परिवार को हटाने के लिए कुछ लोग पहुंच गए। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पांच दिन में परिवार से घर छोड़ने को कहा गया है। वहीं तारा सिंह मेहरा के किराए की दुकान को भी खाली करने के लिए स्थानीय लोगों ने कहा है।
कर्फ्यू के कारण कम दिखे वाहन
कर्फ्यू के कारण नैनीताल रोड, बरेली रोड, रामपुर रोड, कालाढूंगी रोड में सन्नाटा दिखाई दिया। हालांकि नैनीताल रोड में वाहन चले लेकिन उनकी संख्या bबहुत कम थी। ज्यादा वाहन विभागीय अधिकारियों, पुलिस और प्रशासन के ही घूमते दिखे। शाम को सड़कों में लोग भी नहीं दिखाई दिए।
सड़कों पर पसरा सन्नाटा, पूरी तरह बंद रहा बाजार
शुक्रवार को हल्द्वानी का बाजार पूरी तरह बंद रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही। किराना से लेकर फल-सब्जी के लिए लोगों को तरसना पड़ा। शहर के इतर ग्रामीण इलाकों में भी अधिकतर दुकानें बंद रहने से जनजीवन पर असर दिखाई दिया। सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस, अधिकारियों के वाहनों के अलावा जरूरी कामकाज के लिए जाने वाले लोगों के वाहन ही सड़कों पर चले।
इंटरनेट सेवा रही बंद, लोग रहे परेशान
बनभूलपुरा क्षेत्र में हुए बवाल के बाद सुरक्षा के वजह से शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इससे लोगों का आमजीवन काफी प्रभावित रहा। कर्फ्यू लगने से घरों में कैद लोग बिना इंटरनेट के काफी परेशान रहे। शहर में बृहस्पतिवार रात करीब दस बजे से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। बीएसएनएल, वोडाफोन, एयरटेल, जियो समेत अन्य नेटवर्क पर इंटरनेट सेवा संचालित नहीं हो पाई। ऐसे में सैकड़ों यूजर्स सूचना न मिल पाने के कारण परेशान रहे। इंटरनेट सेवा बंद होने से वर्क फ्राॅम होम से जुड़े लोगों का काम प्रभावित रहा वहीं परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को भी खासी दिक्कत हुई। बीएसएनएल के डीजीएम भीम बहादुर ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से जब तक अनुमति नहीं दी जाएगी तब तक संचार सेवा सुचारु नहीं होगी। बताया कि शहर के बाहरी क्षेत्र में भी इंटरनेट को बंद किया जा रहा है, जिस कारण किसी भी प्रकार से सोशल मीडिया के पोस्ट या अन्य किसी माध्यम से शहर में अराजकता का माहौल न बन सके ।
जिला प्रशासन शनिवार को कर्फ्यू में छूट को लेकर फैसला ले सकता है। जिला प्रशासन के अनुसार इस संबंध में जल्द फैसला लिया जा सकता है। बृहस्पतिवार को बनभूलपूरा में हिंसा के बाद से कोई अन्य अप्रिय घटना नहीं हुई।
देवभूमि की फिजा खराब करने का प्रयास किया, अब कानून अपना काम करेगा : धामी
cm पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि की फिजा खराब करने का प्रयास किया गया है। ऐसे हालात कभी नहीं हुए। कानून अपना काम करेगा। पत्रकारों से हुई वार्ता में सीएम ने कहा कि अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए टीम गई थी, उस पर सुनियोजित हमला किया गया। पुलिस कर्मियों, अधिकारियों को टारगेट किया गया, विशेषकर महिला पुलिस कर्मियों को मारा-पीटा गया है। धामी ने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति या निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उन उपद्रवियों को चिह्नित कर उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाएगी।
करीब पांच करोड़ के नुकसान का अनुमान
इस दौरान उन्होंने उपद्रवियों पर एनएसए लगाने की बात कही। सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने बताया कि नगर निगम को करीब पांच करोड़ के नुकसान का अनुमान है। पुलिस नुकसान का आकलन कर रही है। एक अनुमान के मुताबिक एक करोड़ से ज्यादा का नुकसान पुलिस को हुआ है। इस बीच शहर में दूसरे शहरों से पुलिस फोर्स और पीएसी के जवानों की आमद बनी हुई है।
भारी हिंसा के बाद शुक्रवार को शांत रहा शहर
बृहस्पतिवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हुई भारी हिंसा के बाद शुक्रवार को शहर शांत रहा। कर्फ्यू का संबंधित क्षेत्र में सख्ती से पालन कराया गया जबकि शेष शहर में वाहनों की आवाजाही होती रही और दुकानें बंद रहीं। दोपहर करीब 12 बजे मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी अभिनव कुमार बनभूलपुरा पहुंचे और थाने का जायजा लिया।
पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग कब्जे में ले ली है। पुलिस ने कई डीबीआर की हार्ड डिस्क कब्जे में ली है। क्षेत्र में अर्द्धसैनिक बल और भारी संख्या में वाहनों के साथ फोर्स ने बनभूलपुरा इलाके में फ्लैग मार्च किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हल्द्वानी पहुंचे और घायल पुलिस, निगम के कर्मचारियों के साथ ही घायल पत्रकारों से भी मुलाकात की। उन्होंने हल्द्वानी हिंसा को सुनियोजित तरीके से की गई गहरी साजिश बताया । कहा कि दंगाइयों से नुकसान की भरपाई की जाएगी।