ईरान ने बीती रात इजरायल पर पहली दफा सीधा हमला बोला है। ईरान ने कई ड्रोन हमले किए और कहा कि ये सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले का जवाब था। ईरान ने इजराइल पर अपने जवाबी हमले का बचाव करते हुए कहा कि अब इसे खत्म माना जा सकता है
अमेरिका को ईरान की चेतावनी
दूसरी ओर ईरान ने इजरायल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका को भी कड़ी चेतावनी दी और उसे इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष से दूर रहने को कहा। ईरान ने इसी के साथ ही कहा कि अगर इजरायल ने ‘एक और गलती’ की तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा।
यूएन में ईरान ने कही ये
यूएन में ईरान के स्थायी मिशन ने कहा कि अपनी रक्षा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के आधार पर, ईरान की सैन्य कार्रवाई दमिश्क में हमारे राजनयिक परिसर के खिलाफ जायोनी शासन की आक्रामकता के जवाब में थी। अब मामले को समाप्त माना जा सकता है।
इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने रोके हमले
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने शनिवार को शुरू किए गए ईरानी हमलों को रोक दिया। जमीन पर मौजूद सीएनएन टीम ने यरूशलेम के आसमान में विस्फोटों और सायरन बजते हुए सुना। सीएनएन के एक रिपोर्टर ने कहा, “हम अपने ऊपर आसमान में अलग-अलग दिशाओं से आने वाले कई मिसाइलों को देख रहे हैं। यह बताना मुश्किल है कि आने वाली मिसाइल कौन सी है।
एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने रविवार को कहा कि ईरानी हमलों के बीच हम इजरायल के साथ खड़े हैं और हमने इजरायल को निशाना बनाने वाले कई ईरानी ड्रोनों को मार गिराया है।
इजरायली पीएम नेतन्याहू बोले- अब हम इसका जवाब देंगे
इजराइल पर ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू होने के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षात्मक और आक्रामक तरीके से जवाब देने की कसम खाई और कहा कि इजराइल वर्षों से ईरान द्वारा सीधे हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा है