हरियाणा की सियासत में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ. नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे. वह मंगलवार शाम 5 बजे पद की शपथ लेंगे. वह खट्टर की जगह पद संभालेंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर नेपूरे मांटिमंडल पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था, जिसे राज्यपाल के द्वारा स्वीकार कर लिया गया.
इस तरह हरियाणा में BJP और जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठबंधन खत्म गया. कहा जा रहा है कि आनेवाले लोकसभा चुनाव में सीट बटवारे को लेकर सहमति नहीं बनी इसी की वजह से ये गठबंधन टूटा है. इस बीच उन्होंने चंडीगढ़ में BJP और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की. निर्दलीय विधायकों ने सीएम खट्टर से मुलाकात कर अपना समर्थन जताया.
कुछ दिन पहले ही BJP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए बृजेंद्र सिंह ने हरियाणा में जेजेपी-बीजेपी गठबंधन टूटने पर कहा कि बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता गठबंधन के पक्ष में नहीं था. लेकिन बीजेपी इसे सुविधा का गठबंधन मानकर टालती रही. मेरे इस्तीफे के बाद इन्हें होश आया कि अब कोई रास्ता नहीं बचा है, जो नुकसान हो चुका, उसकी भरपाई करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन अब बहुत टूट चुका है . अब चुनाव नजदीक है तो ऐसे में किसी भी बदलाव के मायने नहीं है. लोगों की मानसिकता क्या थी, उसको आपने पूरी तरह से दरकिनार कर सरकार चलाई है. उसका खामियाजा भुगतान पड़ेगा. ये कोई सीटों की लड़ाई नहीं है. ये वास्तविकता है, जिससे आपको दो-चार होना पड़ा है क्योंकि अब चुनाव आ चुका है. BJP में आने के बाद ही मुझे इस बात का अहसास हुआ था कि यहां मेरा तालमेल नहीं बैठ सकता ना ही वैचारिक तौर पर ही और ना ही सांगठनिक तौर पर. JJP की स्थिति ना घर की है, ना घाट की.