नई दिल्ली: करीब दो दशक तक चीन की इकॉनमी बहुत तेज की स्पीड से बढ़ी। साल 2007 से 2015 के बीच चीन ने हर साल अपनी इकॉनमी में एक ट्रिलियन डॉलर बढ़ाया था । इस दौरान दुनियाभर के निवेशकों ने चीन पर जमकर बहुत पैसा लगाया था। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। पिछले साल भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में तेजी आई जबकि चीन के स्टॉक मार्केट में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। नए साल में भी हालात नहीं बदले दिख रहा पिछला हफ्ता चीन के शेयर मार्केट के लिए बहुत खराब रहा। चीन सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी इकॉनमी का दम घुट रहा है और विदेशी निवेशकों में भागने की होड़ मची है। पिछले तीन साल में चीन के शेयर बाजार में निवेशकों के छह लाख करोड़ डॉलर खतम हो चुके हैं।